"अपने ही क्यों तोड़ते हैं?"
"दिल तो अपनों ने ही दुखाया…"
"क्या ये अपनों की सच्ची गहराई है?"
जो हमें सबसे ज़्यादा अपने लगते हैं, वही कभी-कभी सबसे गहरी चोट दे जाते हैं।
पर क्या वाकई ऐसा हर बार होता है?
क्या उनके दर्द के पीछे कोई गहराई, कोई असमर्थता या कोई छुपा प्रेम होता है?
इस वीडियो में जानिए —
👉 अपनेपन की आड़ में छिपे दर्द का रहस्य
👉 क्यों अपने ही कभी-कभी सबसे ज्यादा तोड़ देते हैं
👉 और कैसे स्वाभिमान को बनाए रखते हुए हम इन अनुभवों से ऊपर उठ सकते हैं।
हर रिश्ता कुछ सिखाता है…
आइए, भावनाओं की इस यात्रा में साथ चलें। ❤️
🙏 गुरुदेव के पावन विचारों से प्रेरित यह चिंतन आपको भीतर तक छूएगा।
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