सच्चा आनंद कैसे पाएं? सुनिए जीवन बदल देने वाली बातें! Description :- प्रभात में सूरज की किरणे अमृतमय होती हैं और वह एक महान अवसर होता है उस समय उसका आनंद लें, और धीरे-धीरे दिव्यता के साथ आपमें मुस्कुराहट आने लगती है चांद और सूर्य प्रतिदिन नवीनता लाते हैं साथ ही वर्षा भी अमृत तत्व लेकर आती है इसी तरह आनंद प्रकृति में चारों तरफ है इसको संग्रहित करने के लिए अपने मंदिर में बैठकर अपने मन को निश्चल करें जब आप उसे प्राप्त कर लेते हैं तो वह आनंद किसी को बताया नहीं जा सकता। क्या जीवन आनंदमय हो सकता है — हर दिन? इस विशेष सत्संग में सद्गुरु श्री सुदर्शन सुदर्शनजी महाराज जी बता रहे हैं कि "आनंद कोई संयोग नहीं, बल्कि एक चुनाव है।" जानिए कैसे हम अपने दिनचर्या में बिखरे आनंद को पहचानें, उसे संजोएं और जीवन को पूर्णता की ओर ले जाएं।




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